Tuesday, January 4, 2022
छिन्नमस्तिका मंदिर ब्रह्मलीन सरपरस्त चेयरमैन श्री सिंदूरा देवी जी के आशीर्वाद से स्थापित मां छिन्नमस्तिका मूर्ति स्थापना दिवस पिछले 68 सालों (1954 )से संतो महंतों सेवादारों मोहल्ला वासियों भक्तों के सहयोग से रोजाना 1 जनवरी से 15 जनवरी तक प्रभात फेरी निकाल रहा है जिसमें मां के भक्त श्री तिलक राज आनंद , भक्त श्री प्रीतम दास ,भक्त श्री तेलू राम, भक्त श्री मदनलाल , भगत बिहारी लाल जिन्होंने तन मन और धन से एक-एक पाई इकट्ठा कर इस मंदिर को विशाल रूप दिया आज उन्हीं के आशीर्वाद से सभी भक्तों ने मिलकर इन प्रभात फेरीओं को जारी रखा जहां जनवरी महीने में ठंड से कोई बाहर निकलना पसंद नहीं करता है लेकिन यह सेवादार महामाई का नाम लेकर संतो महंतों भक्तों मोहल्ला वासियों महिला संकीर्तन मंडल को साथ लेकर प्रभात निकालते हैंमां छिन्नमस्तिका भक्तों की आस्था का केंद्र है बुजुर्गों का कहना है इस मंदिर में कन्या रूप में मां ने दर्शन दिए थे उन्होंने कहा कि जो भी किसी कारणवश मां चिंतपूर्णी दरबार में जाने में असमर्थ है वे अगर सच्ची आस्था से इस मंदिर में माथा टेकने आएगा तो भी उनकी मनोकामना पूरी होगी महामाई का सच्चा दरबार हैसभी भक्तों ने मिलकर इसको विराट रूप दिया शिव शंकर भोले का परिवार की स्थापना की गई मां शीतला मूर्ति की स्थापना की गई मां को चांदी का छत्र चढ़ाया गया बिजली जाने पर जनरेटर की व्यवस्था की गई मां छिन्नमस्तिका का शृंगार किया गया इस साल नवरात्रों में महिला सकीर्तन मंडल दोबारा सोने की नथनी चढ़ाई गईइस साल मां छिन्नमस्तिका दरबार को लाइटों से सजाया गया मां छिन्नमस्तिका का दरबार भक्तों की खींच का केंद्र बना हुआ है दूर-दूर से भक्त प्रभात फेरीओका हिस्सा बन मां की आराधना करते हैं और मा इन भक्तों की मुरादे को पूरा करती है जयकारा मां छिन्नमस्तिका दा बोल सांचे दरबार की जयदुष्टों का नाश करने वाली माता तेरी सदा ही है
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