Sunday, February 2, 2020
श्री विवेक वंसल जी पंजाब स्टेट टीचर कॉर्डिनेटर जी द्वारा नवा शहर में जिन बच्चों द्वारा प्रज्ञा योगा शिविर किया गया हुआ है उनकी 2 घंटे के लिए कार्यशाला लगाई गई । बच्चों द्वारा प्रज्ञा योग के द्वारा सीखी गयी गूढ़ ,चमत्कारी और अद्भुत ज्ञान को अब बच्चों ने जीना शुरू कर दिया है आज सभी बच्चों ने घर पर भी इसका नियमित अभ्यास करने का संकल्प लिया । यह प्रज्ञा योग हमारे भारत की ध्रोहर है जिसे आज पूज्य गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने पुनर्जीवित किया है आज के समय में इस ज्ञान को हर एक तक पहुंचाना बहुत जरूरी है श्री विवेक बंसल जी द्वारा नवांशहर में स्वाध्याय कार्यशाला भी लगाई गई इसमें सभी आर्ट ऑफ लिविंग के वॉलिंटियर्स को साधना करने के महत्व के बारे में भी बताया गया.3 घंटे की कार्यशाला में सभी ने बैठकर ग्रुप साधना की विवेक जी ने साधना करने के फायदे और साधना पथ की बाधायों से पार जाने के उपाय बताये विवेक जी ने बताया कि स्वास्थ्य केवल शरीरिक ही नहीं मानसिक और आत्मिक भी होता है। जो व्यक्ति केवल शरीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देते है वे सफल नहीं हो पाते है। भारतीय संस्कृति सदैव शरीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को महत्त्व देती रही है।विवेक जी द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा किए जाने वाले सेवा कार्य चाहे वह ऑर्गेनिक फार्मिंग हो , नशा मुक्ति के कार्यक्रम हो , नदियों का पुनरुत्थान, स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई जाने वाली शिक्षा हो सभी के बारे में वॉलिंटियर्स को बताया । सभी ने आने वाले हैप्पीनेस महोत्सव जो कि 27 feburary और स्पाइन केयर प्रोग्राम जो कि 17 Feb के लिए सेवा करने का संकल्प लिया। इस मौके पर बहुत ही सकारात्मक वातावरण का निर्माण हुआ और स्वाध्याय जैसे कि इस कार्यशाला का नाम ही था स्वयं का अध्ययन करना को सार्थक रूप दिया
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